गिरिराज पर्वत श्रृंखला के चहुंओर हो रही गिरिराज प्रभु की जय-जयकार

वैन (जगदीश गोकुलिया - गोवेर्धन, उत्तर प्रदेश - 12.07.2022) :: गोवर्धन को आने वाले हर रास्ते पर गिरिराज जी के भक्त नजर आ रहे हैं। हर तरफ राधे-राधे की धूम है। परिक्रमार्थियों की संख्या में बढ़ते मेले के तेजी से इजाफा होता दिखाई दे रहा है। उत्तर प्रदेश के साथ ही आसपास के राज्यों से भी बड़ी संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं। श्रद्धालु मुड़िया मेले के दौरान भक्त परिक्रमा करने के बाद अपने आराध्य गिरिराज जी का दूध से अभिषेक करते हैं और प्रसाद चढ़ाते हैं। यहां के प्रमुख मंदिरों में शाम की बेला में फूल बंगला व छप्पन भोग के दर्शन होंगे। इस मेले में लाखों की तादाद में भीड़ उमड़ती है। परिक्रमा मार्ग पर बढ़ती भीड़ को देखते हुए प्रशासन ने सभी प्रकार के वाहन परिक्रमा मार्ग में बंद कर दिए हैं। मथुरा-गोवर्धन मार्ग पर अडींग में, जमुनाबता गांव में और डीग रोड पर मंडी समिति में पार्किंग स्थल बनाए गए हैं।

मुड़िया मेले का पारंपरिक इतिहास, सन्तों ने कराया मुंडन

मुड़िया पूर्णिमा मेले का इतिहास लगभग 464 साल पुराना है। सनातन गोस्वामी वृंदावन में कुटी बनाकर रहते थे और वृद्धावस्था में भी वह गोवर्धन गिरधारी की परिक्रमा किया करते थे। 1615 में जब सनातन गोस्वामी का निधन हुआ तो उनके शिष्यों ने सिर मुंडवाकर सनातन गोस्वामी के पार्थिव शरीर के साथ परिक्रमा लगाई। तभी से मुड़िया पूर्णिमा पर यह परंपरा चली आ रही है।

सनातन गोस्वामी के शिष्यों एवं अनुयायियों ने सुबह 10 बजे मुंडन कराया। शोभायात्रा बुधवार को निकलेगी। सोमबार को श्री राधाश्याम सुंदर मंदिर में मुड़िया महंत रामकृष्ण दास, श्यामसुंदर दास, अरुण दास, चेतन दास, हजारी दास, रविदास, गोपाल दास, राधेश्याम दास, हरेकृष्णा दास, साधना दास एवं अन्य बंगाली एवं विदेशी भक्तों ने मुंडन कराया। इसके अलावा राधा गोविंद मंदिर, इमली तला हनुमान मंदिर, सिद्ध बाबा, चैतन्य महाप्रभु, तीन कौड़ी, नया मंदिर में भी साधु-संतों ने मुंडन कराया। इस दौरान शिष्यों और अनुयायियों ने संकीर्तन भी किया।

मुड़िया मेले को लेकर प्रशासन की तैयारी

मुड़िया पूर्णिमा मेला में 6 सुपर जोन, 21 जोन, 62 सेक्टर, 92 बैरियर, 44 पार्किंग, 2500 पुलिस बल, 6 खोया-पाया केंद्र, 24 वॉच टॉवर, 24 अस्थाई पुलिस चौकी, 44 कोबरा मोबाइल, 5 हेल्थ मोबाइल, 15 चिकित्सा शिविर बनाएं गए हैं। पुलिस प्रशासन के अनुसार गुरु पूर्णिमा मेले में 9 एसपी, 23 सीओ, 100 इंस्पेक्टर, 150 एएसआई और 2000 सिपाही सुरक्षा में तैनात किए गए हैं। साथ ही पीएसी के जवान और घुड़सवार पुलिस कर्मियों को भी मेला क्षेत्र में तैनात किया गया है। वहीं मेला क्षेत्र में 35 वॉच टावर बनाए गए हैं इन वॉच टावर पर तैनात पुलिसकर्मी पूरे मेले पर अपनी नजर रखेंगे। साथ ही ड्रोन की मदद से भी पुलिस मेला पर नजर रखेगी। नगर पंचायत गोवर्धन मेला में 253 सफाई कर्मी तैनात कर रहा है। इसके अलावा 125 ग्राम पंचायत राज विभाग, 54 उज्जवल ब्रज के सफाई कर्मी के अलावा राधाकुंड नगर पंचायत के सफाई कर्मी भी स्वच्छता की व्यवस्था संभालेंगे। मेला क्षेत्र में 12 मोबाइल टॉयलेट और स्थाई टॉयलेट बनाए गए हैं जिसके लिए लोगों को लघु शंका में कोई भी परेशानी नहीं होगी।

श्रद्धालुओं के स्नान की व्यवस्था

गोवर्धन क्षेत्र में करीब छोटे-बड़े 50 कुंड हैं. इनमें प्रमुख मानसी गंगा, कुसुम सरोवर, राधा कुंड, श्याम कुंड, गोविंद कुंड, नारद कुंड आदि में श्रद्धालु स्नान करते हैं। लेकिन वहीं प्रशासन ने किसी भी हादसे की आशंका के चलते इन कुंडों में स्नान को अभी के लिए प्रतिबंधित कर दिया है. वहीं दूसरी तरफ कुंडों की बैरिकेडिंग कर उसके बाहर फव्वारे लगाए गए हैं, जहां पर श्रद्धालु स्नान कर रहे हैं।

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