ताज महोत्सव के दौरान मौसम के बदले मिजाज ने बढ़ाई शिल्पियों की धड़कने

- बूंदाबांदी से शिल्पी हुए परेशान

- बारिश से शिल्प को पहुंचेगा नुकसान

- खुले आसमान के नीचे पड़ा है शिल्पियों का सामान

व्यूज़ 24 (ब्रज किशोर शर्मा - आगरा, उत्तर प्रदेश) :: मौसम के बदले मिजाज ने ताज महोत्सव में आये शिल्पियों की धड़कनें तेज कर दी हैं। उनका कहना है कि अगर बारिश होती है तो उनका बड़ा नुकसान होगा और उस नुकसान से बचने के लिए समिति द्वारा कोई उपाय भी नहीं किया गया है।
अल-सुबह जब लोगों की नींद खुली तो आसमान बादलों से घिरा हुआ था। हल्की बूंदाबांदी से मौसम का मिजाज तो खुशनुमा हो गया लेकिन इस दौरान ताज महोत्सव में दूर-दराज से आए शिल्पियों की धड़कन तेज हो गई।
फिलहाल मौसम के बदले मिजाज को लेकर शिल्पी चिंता में हैं। सबसे ज्यादा परेशानी कारपेट, टेरी कोटा, लकड़ी के फर्नीचर और आर्टिफिशियल फूलों के व्यापारियों को है क्योंकि बारिश होने पर उनका बड़ा नुकसान होगा जिसकी भरपाई कोई नहीं कर पायेगा।

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