50 लाख वाली गाड़ी 20 में; कहीं आप भी तो नहीं बने इनके शिकार...???

- दादरी, उत्तर प्रदेश अथॉरिटी के कर्मचारी इस गौरख धंधे में शामिल

- ऑन डिमांड लग्जरी कारों की देते थे डिलवरी

- हरियाणा एसटीएफ को मिली बडी कामयाबी

- चोरी की लग्जरी कारों नये रजिस्ट्रेशन नंबर के साथ बेचने का भांडाफोड

- एसटीएफ की टीम ने तीन लोगों को किया अरेस्ट

- अब तक 14 लग्जरी कारें बरामद

- 50 लाख की गाड़ी को 20 लाख रूपये में बचते थे

- एसटीएफ की टीम को 560 चोरी गाडियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन का अंदेशा

- एसएटीएफ ने तीन लोगों को गिरफ्तार कर जांच की शुरू

- चार गाडियों के फर्जी रजिस्ट्रेशन गुरूग्राम के भी मिले

वैन (सूरज दुहन - गुरुग्राम, हरियाणा) :: हरियाणा एसटीएफ की टीम को बड़ी कामयाबी हाथ लगी है। एसटीएफ की टीम ने प्रदेश में चल रहे चोरी की लग्जरी कारों को फर्जी रजिस्ट्रेशन नंबर के जरिए बेचने के गोरखधंधे का पर्दाफाश किया है। एसटीएफ की टीम ने इस पूरे मामले में दादरी अथॉरिटी के दो कर्मचारियों सहित एक दलाल को भी अरेस्ट किया है, जो चोरी की लग्जरी कारों को खरीदने और बेचने का काम करते थे।

50 लाख की लग्जरी कार अगर किसी को 20 लाख या फिर उससे भी सस्ती मिल जाये तो फिर हर कोई खरीदने को आसानी से तैयार हो जाता है। जी हां, इसी बात का फायदा उठाते हुए प्रदेश में कुछ ऐसे शातिर लोगों ने इसी सोच को अपना धंधा बना लिया है। दिल्ली सहित देश के दूसरे बड़े शहरों से चोरी कर मंहगी और लग्जरी कारों को नये रजिस्ट्रेशन नंबर और हाई-सिक्योरिटी नंबर प्लेट के साथ ये लोग दूसरे लोगों बेचने को काम करते थे। ये इन लोगों के साथ कई जिलों के अथॉरिटी के कर्मचारी भी शामिल हैं। एसटीएफ हेडक्वार्टर की टीम ने दादरी से अथॉरिटी के दो कर्मचारियों सहित तीन लोगों को अरेस्ट किया है। जो इस पूरे गोरख धंधे को चला रहे थे। इस काले कारनामे की जांच करते हुए एसटीएफ की टीम को चार गाडियां गुरूग्राम रजिस्ट्रेशन की भी मिली हैं।

एसटीएफ की माने ये ऑन-डिमांड लग्जरी कारों को चोरी करते थे या फिर चोरों से खदीते भी थे। उसके बाद हरियाणा की अथॉरिटी में बैठे कर्मचारियों की मदद से फर्जी तरीके से रजिस्ट्रेशन करते थे और अपने शिकार को फंसा कर सस्ते दामों में बेच देते थे, ये लोगों हरियाणा सहित दूसरे राज्यों मे महंगी और लग्जरी कारों को बेचते थे। एसटीएफ के सूत्रों की माने तो अब 560 से ज्यादा मंहगी कारों को ये बेच चुके हैं, जिनके जरिए करोडों की कमाई भी कर चुके हैं। साथ ही अब एसटीएफ की टीम इस बात की जांच में जुटी है कि क्या अथॉरिटी के अधिकारी भी इस खेल में शामिल हैं। साथ ही जांच इस बात की भी की जा रही है कि सोनीपत, गुरूग्राम, दादरी और महम के साथ प्रदेश की कितनी अथॉरिटी में ये खेल चल रहा था?

बहराल तीनों लोगों की गिरफ्तारी के बाद एसटीएफ की टीम ने जहां एक प्रदेश के एक बड़े घोटाले और फर्जीवाडे का खुलासा किया है। तो वहीं इसके बाद की भी जांच की जा रही है। इस गैंग मे कितने लोग थे और कैसे ये गाडियों की चोरी करते थे और कैसे अपने शिकार को फंसाने का काम करते थे?

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