आठवीं की छात्रा बाल व्यास बनकर भक्तों को सुना रही श्रीमद् भागवत कथा

~ लॉक डाउन में गुरु से सीखी भागवत कथा, संस्कृत श्लोक

~ पहली बार कर रही है श्रीमद् भागवत कथा

~ आठवीं की छात्रा बाल व्यास लक्ष्मी बनना चाहती है आईएएस अफसर

आगरा (सुनील अरोड़ा) :: जिस उम्र मे बच्चे खेलते कूदते है। उस उम्र में 11 वर्षीय लक्ष्मी बाल व्यास भागवताचार्य बन गयी। वह पहली बार श्रीमद् भागवत कथा का भक्तों को रसपान करा रही है। शमशाबाद रोड महादेव गली नम्बर दो की निवासी लक्ष्मी आठवीं की छात्रा है। अपनी माँ से छोटी उम्र से ही भागवत कथा की कहानियां सुनती आ रही लक्ष्मी ने लॉक डाउन के दौरान अपने गुरु भगवान दास भारद्वाज से भागवत की दीक्षा ग्रहण की।

बाल व्यास द्वारा पहली बार सुनाई जा रही श्रीमद् भागवत कथा में आये सैकड़ो महिलाएं पुरुष भाव विभोर होकर बाल व्यास के मुख से कही जा रही श्रीमद भागवत सुन रहे है ओर इसका आनंद के साथ रसपान कर रहे है। भक्त भागवत कथा में आकर निहाल हो रहे है।

मीडिया से बात करने के दौरान बाल व्यास लक्ष्मी का कहना है कि वह पढ़ाई भी जारी रख बड़े होकर आई ए एस ऑफिसर बनना चाहती है। पढ़ाई के साथ साथ समय होने पर वह भागवत कथा भी सुनाना जारी रखेंगी।

बाल व्यास लक्ष्मी के माता ने बताया कि लक्ष्मी को वह कहानियों में भागवत कथा सुनाती थी। वह छोटे में भजन गाती थी। भागवत सीखने की रुचि ओर प्रभु की तरफ ध्यान, लगन को देखते हुए उन्होंने लक्ष्मी को लॉक डाउन के दौरान गुरु भगवान दास भारद्वाज के शिक्षण केंद्र में भेजा। गुरू भगवान दास ने उसे भागवत कथा ओर संस्कृत में श्लोक सहित अन्य धार्मिक साहित्यों का ज्ञान देना शुरू किया।

बाल व्यास लक्ष्मी ने बताया कि लॉक डाउन के दौरान उसने गुरु जी से भागवत का ज्ञान प्राप्त किया। प्रभु और गुरु जी ओर माता पिता के आशीर्वाद से वह पहली बार भागवत कथा का प्रवचन कर रही है।

बाल व्यास लक्ष्मी के श्री मुख से भागवत सुनने के लिए आसपास के साथ साथ दूर देहात से सैकड़ो लोग भागवत कथा का आनंद लेने आ रहे है। भागवत कथा में योगेंद्र बृजवासी, अशोक, मुकेश, यज्ञ आचार्य कामेंद्र शास्त्री, हिमांशु, मनीष का बाल व्यास को पूरा पूरा सहयोग मिल रहा है। परीक्षित सुखवीर सिंह यादव, राकेश शर्मा, अनिल पंडित, सुभाष उपाध्याय का सहयोग रहा।

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