प्रवासी श्रमिक घर वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल से रवाना

हरियाणा, भिवानी ब्यूरो :: स्थानीय रेलवे स्टेशन पर सोमवार की शाम एक बार फिर रौनक लौटी और माहौल खुशनुमना बना। प्लेटफॉर्म नंबर एक से गाड़ी संख्या 04821 श्रमिक स्पेशल ट्रेन से छतरपुर, मध्यप्रदेश के लिए प्रवासी मजदूर रवाना हुए। भिवानी से 944 तथा चरखी दादरी से 569 प्रवासी मजदूरों ने अपने घर वापिस जाने के लिए पंजीकरण करवाया। भिवानी व दादरी के जिलाधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों को ट्रेन में सवार करवाया। रेडक्रास सोसायटी द्वारा प्रत्येक यात्री के हाथों को सेनेटाईज करवाया गया। रेलवे स्टाफ ने भी इस दौरान यात्रियों को पानी पिलाने की सेवा की। श्रमिकों ने कहा कि सरकार और प्रशासन द्वारा रेल सेवा मुहैया करवाने से ही उनका घर जाना संभव हुआ है।

भिवानी के अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार, दादरी के अतिरिक्त उपायुक्त इमरान रजा, एसीयूटी सचिन गुप्ता, भिवानी से एसडीएम महेश कुमार, एसडीएम बाढड़ा प्रीतपाल सहित विभिन्न अधिकारियों ने प्रवासी मजदूरों को सवार करवाया। रेल में सवार करवाते हुए सोशल डिस्टेंस का पूरा ख्याल रखा गया। रेलवे प्लेटफोर्म से भी बार-बार सोशल डिस्टेंस बनाए रखने, कचरा न फैलाने, अपनी सीट पर बैठे रहने आदि के बारे में अनाऊंसमेंट किया गया। गाड़ी में सवार होते समय प्रवासी श्रमिक भावुक नजर आए। उन्होने अपने घर वापसी के लिए सरकार व प्रशासन द्वारा की गई रेल की व्यवस्था पर आभार जताया। यह ट्रेन आठ बजे रवाना होकर करीब 12 घंटे में छतरपुर पहुंचेगी।

उल्लेखनीय है कि कोविड-19 महामारी संक्रमण से बचाव के चलते लॉक डाउन है। ऐसे में अनेक प्रवासी मजदूर हैं, जो दूसरे प्रदेशों से हरियाणा के विभिन्न जिलों में काम कर रहे हैं। अपने घरों से दूर होने के चलते वे अब अपने प्रदेश वापस जाना चाहते हैं। ऐसे मजदूरों की सुविधा के लिए हरियाणा सरकार द्वारा ट्रेन व बस की व्यवस्था की गई है। नौ मई को भी भिवानी से एक श्रमिक स्पेशल ट्रेन रवाना रवाना हुई थी, जिसमें पुर्णिया, अररिया, सहरसा, मधेपुरा और सुपौल स्टेशन के प्रवासी मजदूर रवाना हुए। इसमें चरखी दादरी जिला के भी प्रवासी मजदूर शामिल थे। सोमवार को एसडीएम महेश कुमार, जिला राजस्व अधिकारी प्रमोद चहल ने गुजरानी मोड़ पर एक आश्रम से प्रवासी मजदूरों को बारी-बारी से बसों में सवार करवा कर रेलवे स्टेशन पर भिजवाने का काम किया। चिकित्सकों की टीमों ने यहां पर उनका पंजीकरण नंबर के साथ मेडीकल चैक अप किया गया।

स्टेशन पर प्रवेश से पहले थर्मल स्केनिंग

कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए सभी प्रवासी मजदूरों की प्लेटफार्म पर प्रवेश से पहले ही स्टेशन के मुख्य द्वार पर थर्मल स्केंनिंग की गई। कोविड-19 के नोडल ऑफिसर डॉ. राजेश कुमार अपनी पूरी टीम के साथ रेलवे स्टेशन पर पहुंचे। एक-एक यात्री की थर्मल स्केनिंग की गई है। थर्मल स्केनिंग के बाद ही यात्रियों रेलवे प्लेटफार्म पर प्रवेश हुआ।

टिकटों पर लगाई पेड फॉर हरियाणा गर्वंमेंट की मुहर

प्रत्येक डिब्बे के सामने हेल्प डेस्क बनाए गए। जहां से प्रत्येक यात्री को उनकी टिकेट दी गई। प्रत्येक यात्री की टिकटों पर पेड फॉर हरियाणा गर्वंमेंट की मुहर लगाई है। यानि प्रवासी मजदूरों के सफर का खर्च हरियाणा सरकार ने वहन किया है। प्रत्येक यात्री को सोशल डिस्टेंस के साथ बैठाया गया। यात्रियों ने भी प्रशासन द्वारा दिए गए निर्देशों की पालना की और सोशल डिस्टेंस बनाए रखा। जिला सांख्यकीय अधिकारी शिवतेज व लेखाधिकारी विकास यशकिर्ती के नेतृत्व में उनकी टीम ने टिकेट पर हरियाणा सरकार की मुहर लगाने व टिकेट मुहैया करवाने का काम किया।

एक हाथ नहीं होने के बावजूद भी पानी की सेवा

सभी प्रवासी मजदूरों को बस के माध्यम से रेलवे स्टेशन तक लाया गया। प्रवासी मजदूरों को रवाना करने के दौरान रेलवे स्टेशन पर सभी जरूरी इंतजाम किए गए। रेडक्रास सोसायटी की टीम द्वारा सभी यात्रियों के हाथों को सेनेटाईज करवाया गया। वहीं यात्रियों को पानी की बोतल भी मुहया करवाया गई। एक हाथ नहीं होने के बावजूद भी एएसएम खलासी मूलचंद स्वयं पानी पिलाने की सेवा करते नजर आए।

यात्रियों का बार-बार किया ध्यान आकर्षण

कोविड-19के प्रति सावधानी के लिए रेलवे स्टेशन पर बार-बार अनाऊंसमेंट के माध्यम से प्रवासी मजदूरों का ध्यान आकर्षित किया गया। सभी यात्रियों से अनुरोध है कि वे सोशल दूरी बनाए रखें। अपनी निर्धारित सीट पर ही बैठें। ट्रेन के अंदर इधर-उधर न घूमें और प्लेटफार्म पर इधर-उधर न थूकें। कोरोना वायरस संक्रमण से बचाव के लिए मुंह पर मास्क का प्रयोग करें। हाथों को सेनीटाईज करें। ये अनाऊंसमेंट ट्रेन रवाना होने से पहले रेलवे प्लेटफार्म पर बार-बार होती रही।

रेल सेवा से घर जाना हुआ संभव, जताया प्रशासन का आभार

अपने-अपने घरों को वापस जाने के लिए रेलगाड़ी में बैठे प्रवासी श्रमिकों के चेहरे खिले हुए थे। रेल में सवार होने के दौरान छतरपुर निवासी नेहा ने कहा कि वे यहां पर अपने पति के साथ मजदूरी के लिए आए हुए थे। लॉक डाउन में उनको लगा कि उनका यहां से अपने जाना नामुमकिन है, लेकिन सरकार और प्रशासन ने इसे संभव बना दिया। इससे वे अपने घर वापस जा सकेंगी। इसी प्रकार छतरपुर जिला के गांव दमो निवासी शकुन देवी ने कहा कि वे मजदूरी में यहां से जा रहे हैं। उनका घर जाना जरूरी है, नहीं तो वे यहीं काम करके खुश थे। इसी गांव के मूलचंद ने कहा कि उनका यहां पर सही गुजर बसर हो रहा था। लॉक डाउन के सारा मामला गड़बड़ा गया। उन्होंने कहा कि लॉक डाउन यदि कम दिनों का होता तो वे यहां से नहीं जाते। छतर जिला के गांव खेरा निवासी देबीदीन ने कहा कि कोरोना के चलते उनका यहां से जाना मजदूरी बन गया है। उनके घर से बार-बार आने के लिए कह रहे हैं,इसी लिए वे वापस जा रहे हैं। ये सरकार ने गाड़ी की व्यवस्था करवा दी, नहीं वे अपने घर नही जा पाते।

इस दौरान अतिरिक्त उपायुक्त डॉ. मनोज कुमार, दादरी के अतिरिक्त उपायुक्त इमरान रजा, भिवानी के एसडीएम महेश कुमार, बाढड़ा के एसडीएम बाढड़ा प्रीतपाल, भिवानी से उप पुलिस अधीक्षक बिरेंद्र सिंह, डीआईओ पंकज बजाज, जिला सांख्यकीय अधिकारी शिवतेज सिंह, रेडक्रास सचिव श्यामसुंदर शर्मा, लेखाधिकारी अशोक कुमार व विकास यशकिर्ती,दादरी नप एक्सईन सुंदर सिंह श्योराण, डीआईओ अमित लांबा सहित अनेक अधिकारी व कर्मचारी मौजूद रहे।

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