पाकिस्तानी छुआरे की तस्करी का सेफ ज़ोन साबित हो रहा है घोड़ासहन का सीमावर्ती क्षेत्र

पुलिस ने लावारिस स्थिति में रखे 43 बोरा छुआरा जब्त कर किया कस्टम के हवाले

वैन (राहुल कुमार - घोड़ासहन, पूर्वीचम्पारण, बिहार) :: भारत नेपाल सीमा पर अवस्थित घोड़ासहन के सीमावर्ती क्षेत्र हाल के दिनों में तस्करों के लिए सेफ जोन साबित होता जा रहा है। सीमा पर तैनात तमाम सुरक्षा व्यवस्था में तैनात एजेंसिया लाख दावे करने के बावजूद भी नेपाल बॉर्डर से तस्करी रोकने में नाकाम साबित हो रही हैं। इधर हाल के दिनों में नेपाल से मटर, छुआरे, काली मिर्च, इलायची सहित अन्य वस्तुओं की तस्करी काफी बढ़ी है, जो घोड़ासहन बॉर्डर से ही होकर बिहार के पटना, मुजफरपुर सहित विभिन्न जगहों तक पहुचाये जाते है। इसी दर्मियान रविवार को झौरखर पुलिस एवम कस्टम की संयुक्त करवाई में 43 बोरो में लगभग 19 किविंटल पाकिस्तानी छुआरे को झौरखर पुलिस ने झाड़ी से बरामद कर स्थानीय कस्टम कार्यलय को सपुर्द कर दिया।

बरहाल इस मामले में किसी भी तस्कर की गिरफ्तारी नही हुई ना ही किसी तस्कर की पहचान हो पायी है. पुलिस इस मामले में प्राथमिकी दर्ज कर अपना पीछा छोड़ा ली है,वही इस मामले में घोड़ासहन कस्टम के इंस्पेक्टर मुरलीधर राव ने मामले की पुस्टि करते हुए बताया की जब्त छोहडे का अनुमालित मूल्य लगभग चार लाख रुपये आका गया जिसे जब्ती के बाद अग्रेतर करवाई की जा रही है।

इधर, हाल-फिलहाल के दिनों में पाकिस्तानी छोहडे की मांग बिहार के कई किराना मंडियो में काफी ज्यादा मात्रा में है और अच्छाखासा मुनाफा को लेकर तस्कर काफी मात्रा में माल की डिलीवरी शहरों में कर रहे है, ईधर नेपाल पुलिस के द्वारा भी बगल के घोड़ासहन- सिमरोंनगढ़ बॉर्डर से महीने भर के अंदर कई किविंटल छोहडा को जब्त कर बीरगज भंसार कार्यलय को सपुर्द किया है ,वही लगभग एक माह पूर्व नेपाल पुलिस के द्वारा करवाई में सीमा के सटे सिमरौनगढ़ थाना क्षेत्र के सतुअही टोला पर तस्करो और नेपाल प्रसाशन से झड़प हो गयी थी जिसमे एक पुलिस का जवान घायल भी था,मामले में नेपाल पुलिस के द्वारा कड़ा कदम उठाते हुए हवाई फायर किया था जिस मामले को लेकर बारा जिले के सिमरौनगढ़ थाने में कई भारतीय सहित स्थानीय तस्करो के विरुद्ध मामला दर्ज किया गया था सारा का सारा मामला छोहडा तस्करी से ही जुड़ा था.उसके बाद फिर करवाई करते नेपाल एपीएफ सिमरौनगढ़ के इंस्पेक्टर कबीर मल्ल के द्वारा 11 नवम्बर की गयी थी जिसमे 21 सायकिल पर लदे 3500 किलोग्राम छोहडा बरामद किया गया था उक्त करवाई भारत नेपाल सीमा के पथलवा घाट पर किया गया जिसका अनुमानित मूल्य करीब 577500 नेपाली रुपये बताया गया था इस तरह से देखा जाए तो पूरे मामले में तस्करो का एक बड़ा सिंडिकेट गिरोह के रूप में सीमावर्ती क्षेत्रों में कार्य कर रहा जो बिहार के विभिन्न नगरों तक माल की सप्लाई दे रहा। वहीं, अभी तक छोहडे तस्करी के किसी भी मामले में अभी तक किसी भी तस्कर की गिरफ्तारी नही हो पायी है वही भारतीय सीमा पर तैनात एजेंसियां मुखदर्शक बनी हुई है।

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