युवाओं को जागृत करती लघुफिल्म "घात" का वैश्विक स्तर पर बेहतर प्रदर्शन

वैन (राज ठाकुर - मथुरा, उत्तर प्रदेश) :: तेजाब द्वारा पैदा होने वाले दुर्व्यवहार को रोकने और युवाओं को इस सन्दर्भ में जागृत करने के लिये बनाई गई लघुफिल्म घात ने भारत के साथ-साथ कई अन्य देशों में भी अपनी छाप छोड़ी है। फ़िल्म घात के द्वारा सिरफिरे लोग जो किसी ना किसी बात को लेकर एक-दूसरे पर तेजाब से वार करने का मन बना लेते हैं उनको समझाने का प्रयास किया गया है।

फिल्म को प्रदर्शित कर टीम का यह प्रयास है कि तेजाब द्वारा होने वाली किसी भी घटना को भविष्य में अंजाम ना दिया जाये जिससे दोनों का जीवन बर्बाद हो। पीड़त की जिंदगी तो खराब हो ही जाती है लेकिन अपराध करने वाला भी कानून के हाथों बच नहीं पाता।

फ़िल्म के निर्माता चंचल चौहान ने ऐसी कहानी को चुना जो समाज को जागरूक कर रही है। फ़िल्म की शूटिंग मथुरा में हुई जिसे निर्माता, निर्देशक लेखक के द्वारा फ़िल्म को अंतराष्ट्रीय स्तर पर होने वाली प्रतियोगिताओं में भेजा गया। फ़िल्म ने अंतर्राष्ट्रीय फिल्म फेस्टिवल में भी अच्छा प्रभाव छोड़ा और सातवें कॉन्टेस्ट में टॉप ट्वेंटी में चयनित हुई। फ़िल्म को बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वालों को भी फ़िल्म महोत्सव में सम्मानित किया गया है। इसके बाद चंचल चौहान और सुभाष चंद्रा ने बहुत जल्द समाज को ऐसी फिल्म देने की बात भी कही जिससे युवाओं को सीख देने के साथ सामाजिक स्तर सम्मान कैसे प्राप्त करें और अपनी जिम्मेदारियों का निर्वाहन करें का भावार्थ निकल कर सामने आये।

फिल्म में महत्वपूर्ण भूमिका में रहे पात्र: -

- जतिन गोयल, श्याम चौधरी, राज ठाकुर, नवीन अस्थाना, मुकेश यादव आदि।

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