स्वास्थ्य विभाग द्वारा आयोजित ग्राम प्रधान सम्मेलन सम्पन्न, मण्डलायुक्त ने सम्मेलन का किया शुभारम्भ

- ग्राम प्रधान स्वयं अपने गांव के हैं डीएम, निष्पक्ष होकर जनता के हितों के लिए करें काम - आयुक्त

- ग्राम प्रधानों के सहयोग के बिना जनता को नहीं मिल सकता सरकार की योजनाओं का लाभ - डीएम

- स्वास्थ्य व शिक्षा के क्षेत्र में शानदार काम करने वाले ग्राम प्रधानों को आयुक्त व डीएम ने किया सम्मानित

वैन (अनूप कुमार - गोण्डा, उत्तर प्रदेश) :: गांव में स्वास्थ्य कार्यक्रमों को धरातल पर लागू करने व जन-जन को स्वास्थ्य लाभ पहुचाने, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति को मजबूत करने तथा जागरूक करने के मकसद से स्वास्थ्य विभाग की ओर से नगर के बेंकटाचार क्लब में विशाल ग्राम प्रधान सम्मेलन का आयोजन किया गया। देवीपाटन मण्डल के आयुक्त महेन्द्र कुमार ने बतोर मुख्य अतिथि दीप प्रज्ज्वलित कर प्रधान सम्मेलन का शुभारम्भ किया।

देवीपाटन मण्डल के आयुक्त महेन्द्र कुमार ने ग्राम प्रधानों को उनकी भूमिका व महत्व के बारे में बताते हुए कहा कि प्रत्येक ग्राम प्रधान स्वयं अपनी ग्राम पंचायत का जिलाधिकारी है। जनता मुसीबत के वक्त हम अधिकारियों के पास बाद में आती है पहले प्रधान जी को याद करती है। इसलिए जिलाधिकारी की तरह ही वे भी निष्पक्ष और निर्विकार भाव से जनता की सेवा करें और शासन की योजनाओं को हर पात्र तक पहुंचाने का काम करें। जिलाधिकारी ने ग्राम प्रधानों का आहवान करते हुए कहा कि बिना ग्राम प्रधानों के सहयोग व रूचि के शासन की विकासपरक व जनकल्याणकारी योजनाएं जनता तक नहीं पहुंच सकती है। उन्होने कहा कि जनपद स्तर पर आयोजित होने वाले इस एक दिवसीय ग्राम प्रधान सम्मेलन में समस्त ग्राम प्रधानों को राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अन्तर्गत संचालित की जाने वाली समस्त योजनाओं से परिचित कराया जा रहा है जिससे वे ग्रामीण जनता को एक ओर अधिकाधिक संख्या में स्वास्थ्य लाभ लेने के लिए प्रेरित कर सकेें वही दूसरी ओर स्वास्थ्य के विभिन्न सूचकों में कमी लाई जा सकेेगी। उन्होने बताया कि ग्राम पंचायतों में गठित ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति के प्रति ग्राम प्रधानों द्वारा आपेक्षित रूचि न लेने के कारण समिति के खातों के न खुलने से ग्राम पंचायतों में साफ-सफाई व स्वास्थ्य कार्यक्रम जरूरतर के मुताबिक नहीं संचालित हो पा रहें हैं। इसलिए सम्मेलन में ग्राम प्रधानों को सम्मेलन आयोजन की आवश्यकता, ग्राम स्वास्थ्य स्वच्छता एवं पोषण समिति को दिए जाने वाले अनटाइड फण्ड के बारे में, स्वच्छ भारत मिशन की स्वास्थ्य में भूमिका, जल संरक्षण एवं संचयन, वृक्षारोपण, राज्य पोषण मिशन, नवजात शिशुओं की देखभाल, प्रधानमंत्री आयुष्मान भारत योजना,मनरेगा योजना, पल्स पोलियो अभियान, संचारी पखवाड़ा, वी0एच0एन0डी0, स्वयं सहायता समूह, कौशल विकास मिशन, कृषि सम्बन्धी योजनाएं, श्रम योजनाएं, स्कूल चलो अभियान, पेंशन, सामूहिक विवाह, कन्या सुमंगला योजना के बारे में बताया गया है। कार्यक्रम में योजनाओं के बारे में जानकारी देने व जागरूक करने के लिए वन विभाग, पंचायतीराज विभाग, स्वास्थ्य विभाग, श्रम विभाग, कार्यक्रम विभाग, समाज कल्याण विभाग, प्रोबेशन विभाग, कृषि विभाग तथा सूचना एवं जनसम्पर्क विभाग द्वारा स्टाॅल लगाए गए तथा प्रचार साहित्य का वितरण किया गया। इसी प्रकार विभागीय अधिकारियों द्वारा जैसे श्रम विभाग, स्वास्थ्य विभाग, डब्लूएचओ, सिफ्सा, कार्यक्रम विभाग, मनरेगा, एनआरएलएम, कृषि विभाग द्वारा प्रधानों को उनके विभागों द्वारा संचालित योजनाओं के बारे में बताया व जागरूक किया गया। इस अवसर पर स्वास्थ्य शिक्षा व स्वच्छता के क्षेत्र में बेहतर कार्य करने वाले पांच ग्राम प्रधानों को प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। मुख्य विकास अधिकारी आशीष कुमार ने अतिथियों का धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कहा कि अब आने वाले जिला स्तरीय सम्पूर्ण समाधान दिवस पर सम्बन्धित तहसील में तहसील स्तरीय ग्राम प्रधान सम्मेलन का आयोजन कराया जाएगा जिससे सरकार की योजनाएं जनता तक आसानी से पहंुच सकें। कार्यक्रम का संचालन डीसीपीएम डा0 आर0पी0 सिंह ने किया।

सम्मेलन में अपर निदेशक स्वास्थ्य डा0 रतन कुमार, सीएमओ डा0 संतोष श्रीवास्तव, उपश्रमायुक्त शमीम अख्तर, डीपीआराओ घनश्याम सागर,डीडी एग्रीकल्चर मुकुल तिवारी, जिला कृषि अधिकारी जेपी यादव, जिला प्रोबेशन अधिकारी जयदीप सिंह, जिला समाज कल्याण अधिकारी अंजनी कुमार, डीसी मनरेगा हरिश्चन्द्र प्रजापति, डीसी एनआरएलएम दिनेश यादव, जिला कार्यक्रम अधिकारी दिलीप पाण्डेय, डीपीएम कौशल विकास मिशन प्रदीप मिश्र, सहायक वनाधिकारी एस0पी0 सिंह तथा स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी तथा ग्राम प्रधान मौजूद रहे।

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