केएमपी एक्सप्रेस वे के नजदीक भूमि का कलेक्टर रेट बढाने की मांग को लेकर किसानों का धरना प्रदर्शन और मुख्यमंत्री को ज्ञापन

व्यूज़ 24 (भगत तेवतिया - पलवल, हरियाणा) :: पलवल में किसानों ने केएमपी एक्सप्रेस वे के नजदीक भूमि का कलेक्टर रेट बढाने की मांग को लेकर आज (शुक्रवार को) ताऊ देवीलाल पार्क में धरना प्रदर्शन किया और उपायुक्त के माध्यम से मुख्यमंत्री के नाम ज्ञापन दिया। इस मौके पर केएमपी यूनियन के प्रधान भरत सहरावत, केएमपी यूनियन के प्रधान योगेंद्र भड़ाना और भारतीय किसान यूनियन के प्रधान ऋषिपाल चौहान भी मौजूद थे। इस अवसर पर तीनों यूनियन के प्रधानों ने किसानों की मांगों को उठाने के लिए एक दूसरी यूनियन का सहयोग करने का आश्वासन भी दिया।

केएमपी किसान यूनियन के प्रधान भरत सहरावत ने बताया कि पिछले तीन सालों से जीमन का कलेक्टर रेट नहीं बढ़ाया गया है। कलेक्टर रेट बढाने की मांग को लेकर जिला उपायुक्त को तीन बार ज्ञापन भी दिया जा चुका है। उन्होंने कहा कि जिला उपायुक्त किसानों को यह कहकर गुमराह करने का काम कर रहे है कि सरकार के आदेश आने के बाद जमीन के कलेक्टर रेट बढा दिए जाएगें जबकि सरकार ने कलेक्टर रेट बढाने की पॉवर जिला उपायुक्त को दे रखी है। अगर किसानों की जमीन अधिग्रहण की जाती है तो किसानों को कम कलेक्टर रेट होने की वजह से कम मुआवजा मिलेगा। पलवल से लेकर गांव मिढक़ौला तक 25 गांवों के किसानों की अनदेखी की जा रही है। इसके अलावा किसानों को वर्ष 2017 व 18 की रोयल्टी किसानों को नहीं मिल पा रही है और किसान जिला उपायुक्त कार्यालय के चक्कर काटकर थक चुके है। प्रधान भरत सहरावत ने कहा कि हरियाणा सरकार ने केएमपी के साथ साथ दोहरी रेल लाइन बिछाने को मंजूरी दी है। लेकिन अभी तक सरकार ने यह तय नहीं किया है कि यह रेल लाइन कहां से गुजरेगी और न्यू पलवल जोन कहां बनाया जाएगा। उन्होंने कहा कि रेल लाइन बिछाने से पहले जमीन का कलेक्टर रेट बढाया जाए और किसानों को प्रति एकड़ दो करोड़ रूपए का मुआवजा प्रदान किया जाए। उन्होंने बताया कि पलवल जिले की उपजाऊ जमीन है,लेकिन केएमपी के साथ जमीन का अलग कलेक्टर रेट है और केएमपी से थोडी दूरी पर अलग कलेक्टर रेट है इसलिए सरकार प्रति एकड़ 30 लाख रूपए कलेक्टर रेट बढाने का काम करें।

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