अरावली जंगल को खत्म कर रहे पीएलपीए कानून को वापस लेने की मांग कर रहे प्रदर्शनकारी

वैन (सूरज दुहन - गुरुग्राम, हरियाणा) :: देश में फिलहाल कानूनों को लेकर जंग चल रही है, कभी CAA तो कभी NRC, जिसको लेकर कई जगह प्रदर्शन किया जा रहा है, इसी कड़ी में अब गुरूग्राम में पीएलपीए कानून का विरोध हो रहा है, जिसमें लोगों का कहना है कि पीएलपीए कानून की वजह से अरावली खतरें में है।

साल 2019 फरवरी के महिने में पीएलपीए कानून लाया गया, कुछ खास इलाकों में भूमि के बेहतर संरक्षण, सुरक्षा और कटाव को रोकने के लिए बना हुआ है। इसमें पर्यावरण संतुलन बनाए रखने के लिए इलाके निर्धारित किए गए थे, जहां पेड़ काटने और कंस्ट्रक्शन की मनाही थी। इस क्षेत्र में कृषि कार्य भी नहीं किया जा सकता था। जिसका अब गुरूग्राम में विरोध हो रहा है, यहां पर लोगों का कहना है कि इस पीएलपीए की वजह से अरावली जंगल खतरे में है, आपकों बता दें कि हरियाणा सीएम मनोहर लाल दो दिवसीय दौरे पर थे, वहीं इसी दौरान उन्होंने ये विरोध कर अपनी आवाज सीएम तक पहुंचाने की कोशिश की।

लोगों का कहना है कि हरियाणा में केवल 3 से 4 फीसदी जंगल बचे हुए हैं , वहीं अगर पीएलपीए रहा तो ये भी नहीं बचेगा। जिसको बचाने के लिए ये लोग प्रदर्शन कर रहे हैं।

अब देखना यह होगा कि पीएलपीए वापस लेने की इनकी यह मांग पूरी होती है या नहीं? या फिर इन प्रदर्शनकारियों की आवाज को दबा दिया जाएगा?

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