40 लाख ट्रैक्टर के साथ दिल्ली कूच की तैयारी करें किसान - राकेश टिकैत

वैन (सुनील अरोड़ा - आगरा, उत्तर प्रदेश) :: आगरा के मिनी-जाटलैंड किरावली के मौनी बाबा आश्रम मिनी स्टेडियम में बुधवार को भारतीय किसान यूनियन के राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत की किसान महापंचायत आयोजित की गई। इसमें राकेश टिकैत ने नये कृषि कानून को लेकर केंद्र सरकार पर हमला बोला। उन्होंने सरकार से कहा कि एमएसपी (न्यूनतम कृषि मूल्य) पर कानून बने और तीनों कृषि बिल वापिस हों।

राकेश टिकैत ने कहा कि कृषि कानूनों के नाम पर बड़े उद्योपतियों को लाभ नहीं देने दिया जाएगा। किसान अभी अपने खेतों में काम करें। इसके साथ ही ट्रैक्टरों में अभी से डीजल भरवा ले, जल्द ही 40 लाख ट्रैक्टरों के साथ दिल्ली कूच की तैयारी होगी। किसान संयुक्त मोर्चा के एक फोन आने पर दिल्ली आने को तैयार रहे ओर नौजवान किसान खेत की माटी संग दिल्ली आए। अब दिल्ली के बोट क्लब पर खेती होगी। अब हल युद्ध करने का वक्त आ गया है। सरकार किसानों को जातियों में बांट रही है। किसान सरदारी की एक ही जाति है। किसान बिरादरी 2021 ओर किसानों का एक ही धर्म है किसान धर्म 2021। उन्‍होंने कहा कि सभी खाप पंचायत के लोग दिल्ली कूच के लिए तैयार रहे। उन्होंने दिल्ली सीमा पर धरने में पहुँचने के लिए भी किसानों से कहा।

दो घन्टे से ज्यादा देर से पहुँचे टिकैत ने किरावली पहुँचने पर सबसे पहले किसानों के मसीहा चौधरी चरण सिंह की मूर्ति पर माल्यार्पण किया। उसके बाद पंचायत स्थल पर पहुँचे। उनको देखते ही किसानों में जोश भर गया।

मंच पर किसान नेताओं ने चांदी का मुकुट ओर पगड़ी पहनाकर स्वागत किया। राकेश टिकैत ने किसानों का हाथ उठाकर अभिवादन किया। युवाओं की भीड़ उनके साथ सेल्फी लेने के लिए आतुर दिखी, लेकिन उन्होंने सभी को अपने-अपने स्थान पर बैठने का आग्रह किया।

राकेश टिकैत के मंच पर पहुंचते ही वहां मौजूद किसान नेताओं ने तिरंगा लहराया और जय जवान, जय किसान के नारे लगाए। राकेश टिकैत को सुनने के लिए बड़ी संख्या महिलाएं भी जुटी थीं।आसपास के लोग छतों पर भी मौजूद रहे।

मंच से राकेश टिकैत ने सरकार पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि पीएम मन की बात करते हैं, लेकिन किसानों की पीड़ा और मन की बात नही सुनते। एलपीजी सिलिंडर पर सब्सिडी छोड़ने की अपील करते हैं, लेकिन अपने मंत्री, सांसद, पूर्व सांसद, विधायकों से वेतन, पेंशन छोड़ने को क्यों नहीं कहते हैं। उन्होंने कहा कि पुलिस के लिए लड़ाई भी लड़ी जाएगी। पुलिस को शिक्षकों के बराबर सैलरी मिलनी चाहिए। उनको एक-एक कमरों के मकान दिए जाते है, वह अपने परिवार और रिश्तेदारों को बुलाने में झिझकते है। 24 घंटे लोगो की सेवा करने वाली पुलिस को पेंशन नहीं मिलती है, जबकि पूर्व सांसद, विधायक को पेंशन दी जाती है, वह बन्द होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि सरकार ने किसानों की पगड़ी पर हाथ डाला है।

उन्होंने कहा कि इस बार दिल्ली के बोट क्लब पर खेती होगी। अब हल युद्ध करने का वक्त आ गया है। सभी नौजवान अपने खेत की मिट्टी साथ लेकर आये और जमीन नही बेचने की कसम ले। टिकैत ने कहा देश भर से 40 लाख ट्रैक्टर वहां जाएंगे होली का सीजन आने वाला है अपनी फसल काटकर सभी तैयार रहे संयुक्त किसान मोर्चा के एक फोन पर दिल्ली पहुंचे।

किसान नेता राकेश टिकैत ने कहा कि दिल्ली में आंदोलन कर रहे किसान एमएसपी पर कानूनी गारंटी की मांग कर रहे हैं। इससे किसानों को गेहूं, बाजरा और सरसों की फसलों के सही दाम मिलेंगे।

महापंचायत में राकेश टिकैत के साथ आगरा आये राष्ट्रीय जन कल्याण मंच हरियाणा के राष्ट्रीय अध्यक्ष टेकराम कंडेला ने किसानों को संबोधित करते हुए कहा कि लड़ाई अनुशासन में रहकर जीती जाती है। हमारी सरकार से मांग है कि एमएसपी पर कानून बने और तीनों बिल रद्द किए जाएं ओर किसानों पर लगे मुकदमे वापस हो। हमारे जो लोग, किसान पकड़े गए उनको छोड़ा जाए। किसानों पर लगे मुकदमे वापिस लिए जाए उन्होंने कहा कि किसानों ने दिल्ली को चारों ओर से घेर रखा है, लेकिन इसके बाद भी सरकार सुनवाई नहीं कर रही।

आगरा के पदाधिकारियों ने राकेश टिकैत को 51000 रुपये किसान आंदोलन के लिए समर्पित किये।

महापंचायत में प्रदेश महासचिव, अध्यक्ष राजवीर सिंह जादौन, उपाध्यक्ष बुद्धा सिंह प्रधान, आगरा मण्डल अध्यक्ष गजेन्द्र सिंह परिहार, जिलाध्यक्ष राजवीर लवानियां, महासचिव कृपाल सिंह फौजदार, प्रवेंद्र सिंह, प्रवक्ता ललित, महिला प्रकोष्ठ से सावित्री चाहर, मीना ठाकुर सहित महिला पदाधिकारी मौजूद रहे। किसान नेता को सुनने और देखने के लिए सुबह से ही आगरा, भरतपुर, मथुरा, फिरोजाबाद ओर दूर दूर दराज से सैकड़ो कार्यकर्ता, सैकड़ों किसान और महिलाएं महापंचायत में पहुंचे।

महापंचायत में पुलिस व्यवस्था भी चाकचौबंद रही। एसपी ओर सीओ के नेतृत्व में पीएसी जवानों सहित कई थानों अछनेरा, कागारौल फतेहपुरसीकरी इंस्पेक्टर, सबइंस्पेक्टर ओर पुलिस के जवान चप्पे-चप्पे पर सुरक्षा के लिए तैनात रहे। ड्रोन कैमरे से महापंचायत की सुरक्षा का जायजा लिया जाता रहा। एलआईयू ओर सादा वर्दी में पुलिस के जवान भीड़ के बीच रहे।

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