वैन (सुनील अरोड़ा - आगरा सिटी, उत्तर प्रदेश) :: केंद्र सरकार द्वारा लागू किए गए कृषि अध्यादेशों का देश-प्रदेश के किसान ओर विपक्ष विरोध कर रहे हैं। भारतीय किसान यूनियन टिकैत के राष्ट्रीय अध्यक्ष नरेश टिकैत एवं राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत के देश मे चक्का जाम के आव्हान पर शुक्रवार को आगरा में भी किसान यूनियन टिकैत के जिलाध्यक्ष राजवीर लवानियां के नेतृत्व में किसानों ने रोड को दो घंटे जाम रखा और केंद्र-राज्य सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जोरदार प्रदर्शन किया।
आगरा फतेहाबाद रोड नवामील पर पदाधिकारियों, कार्यकर्ताओं ओर सैकड़ों किसानों ने चक्का जाम कर दिया ओर बीच सड़क पर प्रदर्शन करते हुए धरने पर बैठ गए।
प्रदर्शन में शामिल किसानों का कहना है कि ये कृषि अध्यादेशों कृषि क्षेत्र में कंपनी राज के रूप में है। इससे किसान बंधुआ मजदूर बन के रह जाएंगे।
आपको बता दे कि किसानों की चिंता एमएसपी ओर कृषि मंडियों को लेकर है। उन्हें डर सता रहा है कि नए बिल के प्रावधानों की वजह से कृषि क्षेत्र पूंजीपतियों और कॉर्पोरेट घरानों के हाथों में चला जाएगा। कुछ संगठन और सियासी दल चाहते हैं कि एमएसपी को बिल का हिस्सा बनाया जाए, ताकि अनाज की खरीदारी न्यूनतम समर्थन मूल्य से नीचे ना हो।
किसानों के धरना प्रदर्शन को देखते हुए सीओ फतेहाबाद के नेतृत्व में कई थानों के इंस्पेक्टर फ़ोर्स के साथ मौके पर डटे रहे।
इस विरोध प्रदर्शन में मुख्य रूप से मंडल उपाध्यक्ष तांतीराम जादौन, केएस राणा किसान नेता कृपाल सिंह फौजदार, मुहम्मद हबीब, विष्णु कटारा, राकेश कुशवाहा, प्रदीप शर्मा, देवेंद्र सिंह धाकरे, नत्थू सिंह धाकरे, पप्पू वर्मा, राधिका दास, जयवीर सिंह जादौन, रामप्रकाश धाकरे, गिरीश कटारा, अभिषेक, पवन कटारा पुष्पेंद्र सिंह, भज्जू ठाकुर, निरोत्तम सिंह, पप्पू सिंह, ठाकुर देवेंद्र सिंह यादव, अंशुल ठाकुर, सत्यवान सिंह यादव शामिल रहे। किसान- कर्फ़्यू एवं चक्का जाम का संचालन किसान नेता प्रवेंद्र सिंह धाकरे ने किया।
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