मुख्यमंत्री खट्टर ने किया निर्माण कौशल अकादमी का उद्घाटन, बोले देश में नहीं कोई ऐसी यूनिवर्सिटी

व्यूज़ 24 (भगत तेवतिया - पलवल, हरियाणा) :: मुख्यमंत्री मनोहरलाल खट्टर ने पलवल के गांव दुधौला स्थित श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी में करीब 3.21 करोड़ की लागत से बनी, निर्माण कौशल अकादमी का उद्घाटन किया। इस अवसर पर केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता राज्य मंत्री कृष्णपाल गुर्जर, उद्योग मंत्री विपुल गोयल व विधायक सीमा त्रिखा, विधायक टेकचंद शर्मा एवं श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के राज नेहरू भी मौजूद थे।
मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने लोगों को संबोधित करते हुए कहा कि श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी देश की पहली ऐसी यूनिवर्सिटी है जिसमें युवाओं को रोजगार परक शिक्षा प्रदान की जाएगी। युवाओं को बेसिक शिक्षा के साथ साथ कार्य करने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। युवाओं के हाथों में हुनर प्रदान कर उन्हें रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएगें साथ ही युवाओं को स्वरोजगार के अवसर प्राप्त होगें। मुख्यमंत्री मनोहरलाल ने कहा कि शिक्षा के बाद में युवाओं को रोजगार की आवश्यकता होती है। दुनिया भर के देशों के सामने युवाओं को रोजगार प्रदान करने की चुनौतियां है। इसलिए रोजगार के साधन जुटाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि हरियाणा प्रदेश में प्रत्येग वर्ष करीब दो लाख युवा शिक्षा ग्रहण करने के बाद रोजगार की तलाश में जुट जाते है। पांच वर्षो में केवल पचास हजार युवाओं को ही सरकारी नौकरी उपलब्ध हो पाती है। ऐसे में डेढ लाख युवा बेराजगार रह जाते है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने युवाओं के हाथों में हुनर प्रदान करने के लिए स्किल इंडिया अभियान चलाया। युवाओं को ज्ञानवर्धन शिक्षा के साथ उनके हाथों में हुनर विकसित किया जाएगा। हरियाणा सरकार ने प्रधानमंत्री के सपने को साकार करते हुए पलवल के गांव दुधौला में श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी बनाई है। श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी ने अपने निर्माण चरण के प्रारंभिक अवस्था में ही कंस्ट्रक्शन स्किल अकादमी द्वारा स्किल प्रशिक्षण कर एक अद्भुत उदहारण प्रस्तुत किया है। करीब 3.21 करोड़ की लागत से बनी कंस्ट्रक्शन स्किल अकादमी में 250 से 500 युवाओं को प्रतिवर्ष प्रशिक्षित किया जायेगा। एक बैच में 60 मजदूरों को ट्रेनिंग दी जा सकेगी । श्री विश्वकर्मा कौशल विश्वविद्यालय के निर्माण में लगने वाले मजदूर काम करने के साथ मान्यता प्राप्त श्रेणी के कुशल कामगारों के तौर पर सक्षम बनेगें। मजदूरों को दक्ष बनाने और उनकी कुशलता बढाने के लिए विश्वविद्यालय की ओर से सर्टिफिकेट कोर्स कराने की योजना बनाई गईं है। इसके तहत कंस्ट्रक्शन के क्षेत्र में जाने के इच्छुक युवाओं और मजदूरों को कौशल विकास के कोर्स के साथ प्रशिक्षित किया जाएगा। श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी के निर्माण पर 82.7 एकड़ लगभग 1000 हजार करोड़ के लागत से तीन चरणों में होगा। पहले चरण का निर्माण कार्य प्रार भ हो गया है । इसमें 425 करोड़ की लागत से 21932 वर्ग मीटर निर्माण होगा जिसमें एक अकादमिक ब्लॉक और एडमिनिस्ट्रेटिव ब्लॉक बनेगा। पहले चरण में 4000 हजार छात्रों को 78 विभिन्न कोर्सेज में प्रशिक्षण प्रदान किया जा सकेगा । यूनिवर्सिटी के फाइनल चरण में 12000 छात्रों में 157 कोर्सेज में प्रशिक्षण की सुविधा होगी। यूनिवर्सिटी कैंपस इको फ्रेंडली व अत्याधुनिक सुविधाओं से लैस होगा। जिसमें भारतीय परंपराओं के साथ साथ अंतररास्ट्रीय स्तर का अनोखा संगम होगा। इस मौके पर श्री विश्वकर्मा स्किल यूनिवर्सिटी व पांच कंपनियों के साथ एमओयू साईन किए गए। मुख्यमंत्री ने गांव दुधौला के विकास के लिए 2 करोड़ रूपए की विकास राशी देने की घोषणा की। वहीं गांव में एक कम्युनिटी सेंटर खोलने,गांव में व्यायामशाला व पार्क बनाने,यूनिवसिर्टी द्वारा गांव की जोहड़ का जीर्णोद्वार करने तथा गांव पृथला के विकास के लिए पंचायत फंड से पांच करोड़ रूपए की राशी मंजूर करने की घोषणा की।

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