आत्म विश्वास से होता है कुशल प्रबंधन

एन आई टी कुरुक्षेत्र के मैनेजमेन्ट विभाग में एक व्याख्यान का आयोजन किया गया जिसमे प्रसिद्ध मनोवैज्ञानिक संदीप सिंह ने मुख्य वक्ता के रूप में शिरकत की. संदीप सिंह आज मैनेजमेंट के विद्यार्थियों के बीच व्याख्यान देने पहुंचे। अपने व्याख्यान में संदीप सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि सफलता के लिए आंतरिक गुणारोपण की आवश्यकता होती है। जो लोग किसी कार्य के लिए स्वयं को उत्तरदायी मानते हैं वो उन लोगों की अपेक्षा ज्यादा अच्छा प्रबंधन कर पाते है जो किसी कार्य के लिए बाहरी कारणो को दोष देते हैं। आत्म विश्वास सफलता की कुंजी है ये सब जानते हैं मगर आत्म विश्वास कैसे हासिल किया जाए ये एक प्रबंधक को समझना बेहद जरूरी है। समय प्रबंधन भी आत्मविश्वास के लिए बड़ा महत्वपूर्ण है और जो व्यक्ति समय प्रबंधन के महत्व को समझता है वही सफलता के सोपान तय करता है। अच्छा प्रबंधक किसी भी संस्थान की महत्वपूर्ण कड़ी होता है और उसका कुशल प्रबंधन ही उस संस्थान के विकास का मार्ग प्रशस्त करता है। संदीप सिंह ने विद्यार्थियों से कहा कि वे गीता की धरती कुरुक्षेत्र में पढाई कर रहे हैं तो शिक्षा के साथ संस्कार भी हासिल करें। तकनीकी शिक्षा उन्हें अच्छे प्रोफेशनल बनाती है वहीं संस्कार आधारित शिक्षा देश का जिम्मेदार नागरिक बनाती है, इसलिए आज जरुरत है कि विद्यार्थी शिक्षा के साथ संस्कार भी अपने संस्थान से लेकर जाएं। इस अभिप्रेरणा संवाद में डॉ कृष्ण कुमार ने भी विद्यार्थियों को सम्बोधित किया और कहा कि आज हम आपसी संवाद खोते जा रहे हैं इसलिए अच्छा प्रबंधक होने के के लिए संवाद कौशल सीखना बेहद जरूरी है। उन्होंने विधार्थियों से बातचीत में कहा कि दुनिया जिसे असफलता कहती है आप उसे नया मोड़ मानिए। इसके लिए हमें सबसे पहले खुद पर यकीन करना सीखना होगा। इस अवसर पर डी एस डब्ल्यू डॉo राजेंद्र सिंह, विभागाध्यक्ष नीरज कौशिक एवं विभाग के अन्य प्राध्यापक विशेष रूप से मौजूद रहे।

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