किसान प्रदर्शन लाइव - अन्नदाताओं को रोकने के लिये केंद्र ने झोंकी पूरी ताकत; सीमा पर बनाई अस्थाई दीवारें, उच्च स्तरीय पुलिस अधिकारी भी सड़कों पर

1700 - दिल्ली आने के लिए कई बॉर्डर खोले गए जिससे किसान शांत तरीके से दिल्ली में प्रवेश कर सकें और किसी प्रकार की कोई हिंसा ना हो। टिकरी बॉर्डर पर इकठ्ठा हुए किसानों ने मानी दिल्ली में एक जगह इकठ्ठा हो कर प्रदर्शन करने की मांग लेकिन सिंघु बॉर्डर पर डटे किसानों का निरंकारी ग्राउंड जाने से इंकार, जंतर-मंतर जाने पर अड़े किसान।

16:15 - सिंघु बॉर्डर से दिल्ली पुलिस और प्रशासन से दिल्ली के बुराड़ी स्थित निरंकारी ग्राउंड जाने की इजाजत मिलने के बाद किसानों ने किया इंकार, जंतर-मंतर तक जाने पर अड़े किसान।

15:25 - दिल्ली की हरएक सीमा से किसानों को बुराड़ी स्थित निरंकारी ग्राउंड जाने की मिली इजाजत। निरंकारी ग्राउंड पहुंच कर किसान करेंगे धरना-प्रदर्शन। हर बॉर्डर से धीरे-धीरे किसान बुराड़ी के निरंकारी ग्राउंड कर रहे कुछ। किसानों की हर टुकड़ी के साथ रहेगी दिल्ली पुलिस।

14:45 - सिंघु बॉर्डर पर बैरिकेडिंग तोड़ने के बाद किसानों और पुलिस की बातचीत में निकला दिल्ली प्रवेश का नतीजा। 50-50 के जत्थे बना कर करनाल बाईपास स्थित निरंकारी ग्राउंड जाने की किसानों को मिली इजाजत। डीसीपी चंद्रा के हवाले से किसानों ने कहा कि उनसे हुई बातचीत के बाद के बाद आगे जाने का रास्ता हुआ साफ। टीकरी बॉर्डर पर भी डटे हुए हैं किसान।

14:20 - सिंघु बॉर्डर पर पुलिस से भिड़े किसान, तोड़ी बैरिकेडिंग। पुलिस ने किया आंसू गैस का फिर प्रयोग।

13:58 - उत्तर प्रदेश के मथुरा में भी धरने पर बैठे किसान, मुजफ्फरनगर, बागपत में धरने पर बैठे किसान। टिकरी बॉर्डर पर भी किसानों का लगातार इकठ्ठा होना जारी। मुजफ्फरनगर में भी किसानों ने किया हाईवे जाम।

13:43 - उत्तर प्रदेश के किसानों ने भी प्रदर्शन में शामिल होने की कर दी घोषणा। दिल्ली-मेरठ राष्ट्रीय राजमार्ग जाम।

13:39 - पंजाब-हरियाणा बॉर्डर सील। किसानों और पुलिस के बीच झड़प। दिल्ली-हरियाणा के सिंघु बॉर्डर पर भारी पुलिस बल तैनात, रैपिड एक्शन फोर्स तैनात। किसान और पुलिस के बीच की दूरी घटी। दिल्ली आने की कोशिश कर रहे किसान।

13:30 - दिल्ली पुलिस की 9 स्टेडियमों को अस्थाई जेल बनाने की मांग को दिल्ली सरकार ने किया ख़ारिज, कहा किसानों की मांग जायज़ हैं, उन्हें तुरंत मानना चाहिये। जेल में डालना समस्या का समाधान नहीं।

13:26 - दिल्ली के आसपास से भी किसानों के दलों का सिंघु पहुंचना जारी, लगातार बढ़ रही है संख्या। सभी के इकठ्ठा होने पर करेंगे दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश। किसानों ने कहा दिल्ली जा कर रहेंगे, चाहे अपनी जान ही क्यों ना गंवानी पड़े। हम पाकिस्तानी नहीं हैं जो हमें इस तरह से आतंकवादियों की तरह रोका जा रहा है; हम हिंदुस्तान के नागरिक हैं और अपने देश की राजधानी में जा रहे हैं, जा कर रहेंगे।

12:46 - जगह वही, अंजाम वही लेकिन प्रदर्शनकारी नये। पंजाब-हरियाणा के शम्भू बॉर्डर पर जमा हुए किसानों ने फिर फेंके पुलिस के बैरिकेड नदी में। पुलिस कर रही पानी और आंसू गैस के गोलों का प्रयोग लेकिन किसान आगे बढ़ने पर अड़े।

12:22 - पंजाब-हरियाणा के शम्भू बॉर्डर पर फिर जमा हुए हजारों की संख्या में किसान; हरियाणा में प्रवेश करने पर अड़े। पुलिस ने फिर दी चुनौती कि आगे जाने की नहीं है इजाजत, आप वापस जायें। किसान दिल्ली आने पर अड़े और बोले इकठ्ठा होते ही करेंगे ये अवरोध पार।

12:15 - सिंघु बॉर्डर पार कर दिल्ली में प्रवेश करने पर अड़े किसान बोले जंतर-मंतर पर करेंगे शांतिपूर्वक प्रदर्शन, मास्क का भी होगा प्रयोग। दंगा हम नहीं कर रहे, सरकार करवा रही है। हम दिल्ली जा कर रहेंगे।

11:45 - सिंघु बॉर्डर पर पुलिस बैरिकेडिंग से लगभग 200 मीटर दूर राष्ट्रीय राजमार्ग पर बैठे किसान। हरियाणा के कई इलाकों से अन्य आने वाले किसान दलों का कर रहे इन्तजार। उनके जत्थे में शामिल होते ही फिर करेंगे दिल्ली में प्रवेश करने की कोशिश।

11:30 - सिंघु बॉर्डर पर पुलिस और पारा-मिलेट्री फोर्सेज की किसानों से अपील - हम भी किसान के ही बेटे हैं और यहाँ आपकी सुरक्षा में तैनात हैं। आप शांति से रहिये, आगे मत बढिये, हम आपकी सुरक्षा के लिए तैनात हैं। अगर आप आगे बढे तो मजबूरन हमें बल प्रयोग करना पड़ेगा।

11:25 - दिल्ली-गुरुग्राम बॉर्डर पर लगा कई किलोमीटर लम्बा जाम; किसान आंदोलन के चलते दिल्ली की सभी सीमाएं सील; कई मेट्रो स्टेशन बंद

11:20 - नेशनल हाईवे पर ही अवरोधक बन कर बैठे किसान; सिंघु बॉर्डर पार कर दिल्ली में आने पर अड़े किसान

11:15 - पहली बार सिंघु बॉर्डर से पीछे हेट किसान, पुलिस की आंसू गैस के गोलों से पिछड़े किसान; लेकिन बार-बार कर रहे हैं आगे आने की कोशिश - नौ स्टेडियम को अस्थायी जेल बनाने की दिल्ली पुलिस ने मांगी दिल्ली सरकार से इजाजत

- छावनी में तब्दील हुई दिल्ली; मकसद सिर्फ एक कि दिल्ली में ना आ पायें किसान; दिल्ली पुलिस के साथ बीएसएफ की टुकड़ियां भी मोर्चे पर

- सिंघु बॉर्डर पर सीमेन्ट के अवरोधक लगा बनाई गई अस्थाई दीवारें

वैन (हेमन्त कुमार शर्मा - दिल्ली*) :: पंजाब से चला किसानों का जत्था जिस कदर पल-पल आगे बढ़ रहा है उनके हर कदम के साथ केंद्र में बैठी सरकार की धड़कनें तेज होती जा रही हैं। गुरुवार को सबसे पहला अवरोधक इस जत्थे के सामने पठानकोट सीमा पर आया जब किसानों ने पुलिस के साथ-साथ अन्य सुरक्षाबलों की टुकड़ियों को भी पीछे धकेल दिया। रात होते-होते किसान हरियाणा के कई जिलों को पार करते हुए लगभग दिल्ली के समीप पहुंच गए लेकिन दिल्ली फिर भी उनके लिए दूर थी। रात उन्होंने पानीपत और सोनीपत के बीच बिताई लेकिन उन्हें क्या पता था कि आगे खट्टर सरकार ने उनकी बाधा बढ़ाने के लिये मुख्य सड़क को ही बड़े-बड़े गड्ढों में तब्दील कर दिया और उनकी सुबह और अधिक कठिनाई ले कर आई।

पानीपत से दिल्ली की ओर बढ़ने से पहले सुबह किसानों ने भोजन तैयार किया और सभी ने मिलकर खाया। प्रदर्शनकारी और उनकी अगुवाई कर रहे किसान नेताओं की जुबान पर सिर्फ और सिर्फ एक ही बात थी कि "चाहे कुछ भी हो जाए, हम दिल्ली जाकर रहेंगे"। हम अपने परिवार और छह महीने के राशन के साथ आगे बढ़ रहे हैं।

उधर, पंजाब से आए किसानों का एक समूह बहादुरगढ़ पहुंचा है और वहां से आगे बढ़ने की कोशिश कर रहा है।

* फोटो - तनुज केसवानी

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